Thursday 18 February 2016

भारत और पाकिस्तान में विभिन्नता...

   14 अगस्त, 1947 को पाकिस्तान आज़ाद हुआ और एक स्वतंत्र देश बन गया और इसके दूसरे दिन यानी 15 अगस्त, 1947 को भारत देश को आज़ादी मिली और भारत भी एक स्वतंत्र देश बन गया। दोनों देशों की आज़ादी में सिर्फ एक दिन का फर्क है। आजतक लगभग 70 सालों में इन दोनों पडोसी देशों में कई बार युध्द भी हुए, प्राकृतिक आपदाएं भी आई। पर दोनों देशों ने सब परिस्थितियों का सामना बड़ी ही बहादुरी से किया। दोनों देशों के आपसी युद्ध में हमेशा भारत ने पाकिस्तान को शिकस्त दी है। पर इन युद्दों का रिजल्ट दोनों देशों को समान रूप से भरना पड़ा है। दोनों ही देशों ने अपना पैसा पानी की तरह इन युद्धों में बहाया है। जिससे दोनों ही देशों की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है।

   आपको शायद पता होगा कि एक युद्ध लड़ने के लिए कई अरबो-खरबो रुपयो की जरुरत होती है। कई सैनिकों को अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए शहीद होना पड़ता है और युद्ध पूरा हो जाने के बाद दोनों देशों को मिलता क्या है??? खून-खराबा और बरबादी। इसके अलावा कुछ नहीं।

   जहा तक मेरा विचार है, इन युद्धों से दोनों देशों को खास कोई फायदा नहीं हुआ। ये युद्ध नहीं होकर, इनकी बजाय दोनों देश आपस में मिल-बैठकर रिजल्ट निकालते तो ज्यादा फायदा था। पर शायद समय की जरुरत थी, इसलिए ये युद्ध हुए।

   खेर उसे समय की जरुरत समझो या और कोई कारण। पर मै जो कहना चाहता हूँ। वो इन युद्धों से परे है, अलग है।

   अब मै बात करूँगा..... इन दोनों देशों के विकास की। जिसे वेसे तो पूरी दुनिया जानती है और मै भी कोई अलग बात नहीं करने वाला हूँ। पर मेरा मकसद आपको यह बताना है कि कुछ बातों में आज भी हम पाकिस्तान से या यु कहे कि पूरी दुनिया से पीछे है। (चाहे आप इस बात को मानो या ना मानो, लेकिन सत्य, सत्य ही है) उस दिशा में आज की केंद्र सरकार कार्य कर रही है। पर कुछ ऐसी बातें है, जिसे केंद्र सरकार चाहकर भी पूरा नहीं कर सकती। मेरा मतलब है कि उस दिशा में भारत देश की आम जनता को ही कदम उठाने पड़ेंगे। उसमें आप, मै या यु कहे कि हम सबको ही सोचना पड़ेगा। पहल करनी पड़ेगी। समझना पड़ेगा।

   अब मै आपको कुछ ऐसी बाते बता रहा हूँ, जिसे आप सब लगभग जानते है या नहीं भी जानते है तो जान ले। क्योंकि आखिर ये अपने देश का मामला जो है।

   आपको भी भारतीय होने पर गर्व होगा। मुझे भी है। सब कुछ सहते हुए भी भारत ने पिछले 70 सालों में अच्छा विकास किया है। अगर हम भारत के विकास की तुलना पाकिस्तान के विकास से करे तो हमें गर्व होगा। क्योंकि पिछले 70 सालों में पाकिस्तान से कई गुना ज्यादा विकास भारत ने किया है। फिर वो चाहे आर्थिक हो, सामाजिक हो या राजनितिक। हर एक मामले में हम पाकिस्तान से आगे है। भारत ने ऐसे कई आविष्कार भी कर दिखाएँ, जो पूरी दुनिया ने सोचे भी नहीं थे। आज अमेरिका विश्व-शक्ति बन कर उभरा है। लेकिन अमेरिका की ज्यादातर बड़ी कम्पनीज में बड़े ओहदे पर भारतीय मूल के निवासी बैठे है। जो अपने आप में बहुत बड़े गर्व की बात है। भारत आज ज्यादातर प्रोडक्ट अपने यहाँ बना रहा है। कई प्रोडक्ट तो ऐसे है, जिनमें भारत का अपना एकाधिकार है। वो उनका निर्यात करता है। कच्चे माल के निर्यात के मामले में तो भारत को गॉड-गिफ्ट मिला हुआ है। यहाँ लेबर की भी कमी नहीं है और हा....!!! योग्यता तो यहाँ जैसे विरासत में ही मिली हो।

   कुल मिलाकर मेरे कहने का यह भावार्थ है कि आज अपना देश विश्व में अपना अच्छा-खासा स्थान रखता है। जो अपने आप में बहुत बड़े गर्व की बात है।

   अब ये तो हुई अपने देश के विकास की बात जो आप खुद भी जानते है और आपको गर्व भी है। पर मै जो बात करने जा रहा हूँ। उसे पढकर आपको शर्म तो महसूस होगी। पर जो हकीकत है, उसे कौन बदल सकता है???

   अब मै सबसे पहले युद्ध में बहुत ही उपयोगी और युद्ध के महत्वपूर्ण पार्ट एयरबेस के जेट की बात करूँगा। जिसको उतारने के लिए या उड़ाने के लिए एअरपोर्ट की जरुरत पड़ती है। और ये एक बेसिक जानकारी है जो आप सभी को पता है। पर मै उस एअरपोर्ट की बात आपसे करना चाहूँगा। जिसमें पाकिस्तान, भारत से एक कदम आगे है। पाकिस्तान ने ऐसे हाईवे या यु कहे की ये हाईवे और एअरपोर्ट दोनों का काम करते है, विकसित कर लिए है। जो अभी तक भारत में नहीं है। ये हाईवे आम दिनों में गाड़ियों के आवागमन के लिए इस्तेमाल किये जाते है। लेकिन जब देश में कोई आपातकालीन स्थिति बन जाती है तो इन हाईवे पर ये जेट भी उतार सकते है। जिससे देश के किसी भी हिस्से में इन ऐयरजेट्स की पहुँच बन जाती है और उस आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए समय की भी बचत होती है और कार्य एकदम तेजी से हो जाता है। कुछ किष्म के परमाणु हथियार भी भारत की अपेक्षा पाकिस्तान के पास ज्यादा है। जो भारत या यु कहे कि पुरे विश्व के लिए ही घातक है।

   अब ये तो युद्ध के समय की बात हो गयी और भारत के पास भी कोई कम युद्ध सामग्री नहीं है कि पाकिस्तान को जवाब ना दिया जा सके। भारत भी इस मामले में बहुत विकास कर चूका है। वर्तमान केंद्र सरकार युध्द सामग्री और किसी भी आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए प्रयासरत है। वर्तमान प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी ने पिछले 3 सालों में ऐसी कई योजनाओं पर कार्य किया है, जिससे अपना देश भी किसी भी आपातकालीन परिस्थिति से निपटने में सक्षम बन गया है। आज अगर भारत और पाकिस्तान में युद्ध छिड़ जाता है तो पाकिस्तान को कारगिल वाली शिकस्त फिर से जैलनी पड़ेगी।

   अब मै दूसरी ऐसी विडम्बना के बारे में बात करूँगा। जो दिखने और समझने में बहुत ही छोटी बात लगती है पर वाकई में इस बात को हम जितना छोटा समझ रहे है, उतनी छोटी है नहीं। आप मेरा इसारा समझ गए होंगे। मै बात कर रहा हूँ...... देशभक्ति की भावना की।

   अब आपको में कुछ दिनों पहले हुए एक वाक़ये के बारे में बताना चाहूँगा। जो शायद आप सबको पता ही होगा। मैंने भी प्रातःकाल न्यूज़ पेपर में पढ़ा था और वो ये है कि विराट कोहली (भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाडी) के किसी पाकिस्तानी प्रशंसक ने 26 जनवरी, 2016 (भारतीय गणतंत्र दिवस) के दिन पाकिस्तान में अपने निवास-स्थान (मकान) के ऊपर भारतीय ध्वज (तिरंगा) फहरा दिया। तो पाकिस्तानी पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके कोर्ट में पैश कर दिया। जिसके बाद उस पर देशद्रोह का केस चलाकर उसको 10 साल की सज़ा सुना दी गयी। आज वो अपनी 10 साल की सज़ा काट रहा है। अब इसमें देशभक्ति की बात तो वहा है कि किसी भी पाकिस्तानी नागरिक ने या वहा के किसी भी राजनीतिज्ञ ने उसके विरोध में एक शब्द भी नहीं बोला और ना ही उसका किसी ने साथ दिया। क्योंकि पाकिस्तान के कानून के मुताबिक वो देशद्रोही है।

   अब ये तो हुई पाकिस्तान की देशभक्ति की बात। अब मै आपको अपने भारत देश की देशभक्ति की बात बताता हूँ। पिछले कुछ दिनों से या यु कहे कि जब से माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बने है, तब से ही भारत में एक अलग ही माहोल बना है। देश विकास की नित नयी बुलंदियों को छु रहा है। अब ये विकास और आम जनता का वर्तमान केंद्र सरकार पर विश्वास कुछ लोगों बहुत खटक रहा है, बर्दास्त नहीं हो रहा है।

   अब इसका ताज़ा उदाहरण आप JNU में चल रहे विवाद से ही देख सकते है। कुछ लोग माननीय मोदी जी के इतने बड़े विरोधी है कि उनको ये भी नहीं पता कि मोदी जी का विरोध करने के चक्कर में वो देशद्रोहियों का खुलकर समर्थन कर रहे है। इससे देश की जनता को उनकी हकीकत पता चल रही है। आज की जनता सब कुछ समझती है। आज की जनता को देशद्रोहियों का असली चेहरा साफ़ नजर आ रहा है।

   अब एक तरफ तो पाकिस्तान की देशभक्ति को देखों और दूसरी तरफ भारत की देशभक्ति को देखों। आपको खुद को पता चल जायेगा कि हम आज भी देशभक्ति के मामले में पाकिस्तान से कई कदम पीछे है। ये वाकई सोचने वाली बात है। आत्ममंथन करने की जरुरत है। और ये देश की केंद्र सरकार नहीं कर सकती। ये भारत की आम जनता को ही सोचना पड़ेगा। इस ओर कदम आम जनता को ही उठाना होगा।

   आगे आपकी अपनी मर्जी है कि आप देश के बारे में क्या सोचते है और क्या नहीं???

बस आज इतना ही........

जय हिन्द। जय भारत माता की। वंदेमातरम्।

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